ब्राज़ील की पैरालंपिक नेत्रहीन 5-ए-साइड फ़ुटबॉल टीम के कप्तान रिकार्डो एल्वेस अपने भविष्य को लेकर आश्वस्त नहीं थे। उनकी आंखों की रोशनी जाने के बाद लोग उन्हें अलग नज़रों से देखने लगे थे और कहते थे कि वह कभी दोबारा प्रोफ़ेशनल फ़ुटबॉल नहीं खेल सकेंगे। वह बता रहे हैं कि कैसे उन्होंने ख़ुद पर भरोसा रखा और फिर अनहोनी को होनी में बदल डाला।
