फ्रांसीसी आर्टिस्टिक जिमनास्ट समीर ऐत सैद ने रियो 2016 में पैर की गंभीर चोट का सामना किया था। एक कठिन वापसी के बाद अपने पिता को खोने के दर्द से उबरने के दौरान वह बीते चार वर्षों में जिस भावनात्मक सफर से गुज़रे हैं, उसे सभी से साझा करते हैं। लंबे समय से पुनर्वास से लेकर शोक के दर्द तक उन्होंने कभी भी अपने ओलंपिक सपने का पीछा नहीं छोड़ा और अपने दर्द से हिम्मत पाने में कामयाब रहे।
