जहां तक ओलंपिक एथलीटों का सम्बंध है तो उनके लिए सभी रास्ते टोक्यो ओलंपिक की ओर जाते हैं। यह दिग्गज भारतीय हॉकी गोलकीपर पीआर श्रीजेश के लिए अलग नहीं है।
श्रीजेश का मानना है कि आगामी FIH प्रो लीग, टोक्यो गेम्स से पहले राष्ट्रीय टीम के लिए एक सही ड्रेस रिहर्सल साबित होगी।
श्रीजेश ने हॉकी इंडिया को बताया, "पिछली बार यह सीखने के लिहाज से शानदार अनुभव था। सभी ने अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाने के साथ अपनी भूमिका को पूर्णता के साथ निभाने की दिशा में काम किया। ऐसे में FIH हॉकी प्रो लीग, ओलंपिक के लिए एकदम सही कदम था।"
लीग के अगले चरण में भारत को अप्रैल में अर्जेंटीना, ग्रेट ब्रिटेन, स्पेन और जर्मनी के खिलाफ खेलना है। जबकि मई में टीम घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ उतरेगी।
ओलंपिक में भारत सबसे सफल हॉकी टीम है। टीम ने आठ स्वर्ण पदक सहित कुल 11 पदक जीते हैं, लेकिन टीम काफी समय से बुरे दौर से गुजर रही है। 2016 के रियो ओलंपिक में भारत ने निराशाजनक प्रदर्शन करते हुए अपने छह में से केवल दो मैच जीते और आठवां स्थान हासिल किया।
टोक्यो में श्रीजेश, गोल करने वाला भारत का प्रमुख हथियार होगा। भारत ने जनवरी 2020 में FIH हॉकी प्रो लीग की शुरुआत भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में नीदरलैंड पर 5-2 से जीत के साथ की थी।
अगले मैच में 32 वर्षीय गोलकीपर अपने डच प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ जबरदस्त खेल दिखाया, इसमें भारत ने शूटआउट में 3-1 से जीत दर्ज की थी।
लीग के पिछले संस्करण की यादों को ताजा करते हुए श्रीजेश ने कहा, "यह 2019 के सभी मैचों में से सबसे यादगार था। हमारी असली क्षमता की परख नहीं हो पाई और हम नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया और बेल्जियम जैसी शीर्ष टीमों के खिलाफ खेलने को तरस गए। FIH हॉकी प्रो लीग ने हमें मौका दिया और हम इसे भुनाना चाहते हैं।"
श्रीजेश ने कहा कि लीग खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर टोक्यो ओलंपिक के लिए अंतिम टीम चयन सुनिश्चित करेगी।
उन्होंने कहा, "FIH हॉकी प्रो लीग मैच इस साल तय कार्यक्रम के अनुसार आयोजित होने की उम्मीद है। इस तरह से हमें जुलाई में टोक्यो ओलंपिक से पहले मजबूत टीमों के खिलाफ खेलने का मौका मिलेगा। ये मैच टीम के खिलाड़ियों के लिए भी सही परीक्षा होगी। मुझे यकीन है कि ओलंपिक के लिए अंतिम टीम का चयन इन मैचों में हमारे प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।"