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भारतीय शटलर एचएस प्रणॉय और समीर वर्मा ने मलेशिया मास्टर्स में हासिल की साल की पहली जीत।
मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 में आज एक से बढ़कर एक मुकाबले देखे गए। भारत की ओर से एचएस प्रणॉय जापान के कांटा सुनीयामा के खिलाफ खेले। इस मुकाबले को प्रणॉय ने 21-9, 21-17 से अपने नाम किया।
शुरुआत में प्रणॉय ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 11-4 की बढ़त बनाई। इस खिलाड़ी का आत्मविश्वास देखते ही बन रहा था और उन्होंने इसका कोर्ट पर बाखूबी प्रयोग भी किया। सुनीयामा के पास प्रणॉय के हमलों का कोई जवाब नहीं था। इस गेम को भारतीय शटलर ने आसानी से अपने हक में किया और अपने कारवां को आगे बढ़ाया।
दूसरे गेम में इस वर्ल्ड नंबर 2 ने बेहतर खेल दिखाया। उन्होंने पिछले गेम से सबक लेकर सटीक शुरुआत की। इस बार सुनीयामा ने आक्रामक खेल दिखाया और भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी को हमेशा चौकन्ना रखा।
हम आपको बता दें कि साल 2109 प्रणॉय के लिए अच्छा नहीं रहा था लेकिन उन्होंने इस चीज़ का प्रभाव अपने आज के खेल में महसूस नहीं किया। प्रणॉय ने जापनी शटलर के कंधे से कन्धा मिलकर खेला और अंतत: जीत हासिल की।
इस मुकाबले को जीतने के बाद इस विजयी भारतीय खिलाड़ी का सामना विश्व नंबर 1 के केंटो मोमोटा से होगा। अब देखना यह होगा कि इस खिलाड़ी की रणनीति क्या होती है।
मलेशिया मास्टर्स के दूसरे दिन समीर वर्मा भी शिरकत करते हुए दिखे। उनका मुकाबले थाईलैंड के कांटाफोन वांगचारोएन के खिलाफ हुआ। भारतीय शटलर ने इस मुकाबले को 21-16, 21-15 से अपने नाम किया और भारतीय खेल प्रेमियों को दोहरी ख़ुशी दी।
खेल दोनों पक्षों में बराबर चल रहा था और दोनों ही खिलाड़ी संयम बनाए खेल रहे थे। स्कोर एक समय 8-8 से बराबर था और इस बाज़ी को कोई भी अपने नाम कर सकता था। 33 रैंक पर मौजूद वर्मा ने जोश दिखाया और आधे समय तक 11-9 की बढ़त बना ली। हालांकि वांगचारोएन ने कुछ अंक ज़रूर बटोरे लेकिन गेम को बटोरा वर्मा ने।
दूसरी गेम भी कुछ इसी प्रकार चला और इसमें भी भारत के समीर वर्मा ने खुद को अपने प्रतिद्वंदी से बेहतर साबित किया। अगले राउंड में वर्मा का मुकाबला स्थानीय खिलाड़ी से होगा।
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