{{roofline.primary}}
{{title}}
20 साल की हिमा दास को 200 मीटर में ध्यान केंद्रित करने को कहा गया है, इस फैसले के बाद भी वह अपने 400 मीटर के कोच से ही ट्रेनिंग लेंगी
स्टार भारतीय धावक हिमा दास (Hima Das) अपने 400 मीटर और रिले कोच गैलिना बुखारेना से ही ट्रेनिंग लेंगी। दरअसल इस खिलाड़ी को 2020 में होने वाले ओलंपिक में क्वालिफाई करने के लिए 200 मीटर में ही ध्यान केंद्रित करने को कहा गया है।
एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) की हाई परफॉर्मेंस डायरेक्टर वोल्कर हेरमैने ने दी न्यू इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि “गैलिना एक शानदार कोच हैं। उन्होंने अमेरिका में 200 मीटर में भी एथलीटों को कोचिंग दी है”।
वोल्कर के कहा कि “अगर ट्रेनिंग के नजरिए से देखें तो 200 मीटर और 400 मीटर के बीच ज्यादा अंतर नहीं है। 400 मीटर में आपको बस थोड़ा धीरज रखना होता है।”
हिमा दास को 2 साल पहले अचानक शोहरत मिली थी, जब उन्होंने IAAF वर्ल्ड अंडर-20 चैंपियनशिप में 400 मीटर में स्वर्ण पदक जीता और फिर 2018 एशियाई खेलों में 4x400 मीटर महिला रिले और मिश्रित रिले में अपनी टीम के साथ गोल्ड मेडल पर कब्जा किया।
इसके बाद हालांकि साल 2019 उनके लिए उम्मीदों के अनुरुप नहीं रहा, क्योंकि वर्ल्ड चैंपियनशिप से ठीक पहले पीठ की चोट के कारण वह काफी परेशान रहीं। अब वोल्कर हैरमेने ने दावा किया है कि जो गलती पिछले साल हुई थी, वह इस बार नहीं होगी। हैरमेने ने इसी महीने की शुरुआत में कहा था कि 400 मीटर में हिस्सा लेने का कोई फायदा नहीं है क्योंकि इस समय उनकी स्थिति वैसी नहीं है, जैसी उस स्तर पर चाहिए होती है।
दरअसल इस खिलाड़ी को 2020 में होने वाले ओलंपिक में क्वालिफाई करने के लिए 200 मीटर में ही ध्यान केंद्रित करने को कहा गया है।
भारतीय धावकों ने अब तक 2020 ओलंपिक के लिए क्वालिफाई नहीं किया है लेकिन धारुण अय्यसामी (Dharun Ayyasamy) को पूरा विश्वास है कि वह टोक्यो की फ्लाइट जरूर पकड़ेंगे। धारुण ने दी न्यू इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि, ‘’हम फेडरेशन कप और अन्य यूरोपीय प्रतियोगिताओं के समय अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।’’
संस्थापक साथी