रामकुमार रामनाथन (Ramkumar Ramanathan) और पूरव राजा (Purav Raja) की भारतीय युगल जोड़ी एटीपी फेरेरो चैलेंजर (ATP Ferrero challenger) से हार कर बाहर हो गई है। इस भारतीय टेनिस जोड़ी को पेड्रो मार्टिनेज़ पोर्टरो (Pedro Martinez Portero) और जेरार्ड ग्रानोलर्स (Gerad Granollers) ने स्पेन में गुरूवार को सीधे सेटों से मात दी और इस तरह से उनका सफ़र यहीं समाप्त हो गया।
पिछले राउंड में उम्दा प्रदर्शन कर अपने खेमे में जीत डाल कर रामनाथन/राजा की जोड़ी का मनोबल सातवें आसमान पर था लेकिन इस बार मानों किस्मत को कुछ और मंज़ूर था। स्पैनिश जोड़ी मार्टिनेज़/ग्रानोलर्स ने शानदार खेल दिखाते हुए 6-2, 6-2 से जीत हासिल की।
वहीं दूसरी ओर एन श्रीराम बालाजी (N Sriram Balaji) और लुका मार्गोली (Luca Margaroli) को यूएसए के हंटर रीस (Hunter Reese) और पोलैंड के जैन झीलिंस्की (Jan Zieliński) के हाथों 4-6, 4-6 से मात मिली।
स्पैनिश जोड़ी ने यह पुख्ता किया कि भारतीय जोड़ी को उनकी त्रुटियों की सज़ा ज़रूर मिले और उन्होंने ठीक वैसा ही किया। अपने प्लान पर खेलते हुए मार्टिनेज़/ग्रानोलर्स ने 7वें गेम में अपने प्रतिद्वंदी की सर्विस तोड़ कर 5-2 से बढ़त अपने हाथ में ली।
इसके बाद जेरार्ड की बेहतर सर्विस का भारतीय टेनिस खिलाड़ियों के पास कोई जवाब नहीं था और इसी वजह से वह पहला सेट गंवा बैठे।
अब बारी थी दूसरे सेट की और इस बार भी दोनों की ही रणनीति और खेल में कोई अंतर नहीं दिखा। मार्टिनेज़/ग्रानोलर्स ने एक बार फिर भारतीय जोड़ी की सर्विस को तोड़ा और खेल को अपने तरीके से चलाने में जुट गए।
स्पेन की इस जोड़ी ने भारतीय जोड़ी की सर्विस 5वें गेम में तोड़ी और उनके मनोबल को नीचे भी किया। इतना ही नहीं इस जोड़ी ने मुकाबला भी तीन ब्रेक-पॉइंट्स के साथ हासिल कर जीत को अपने नाम किया।
इसके बाद भारतीय बालाजी को मार्गोली के साथ जोड़ी बनाकर खेलते देखा गया। हालांकि इस जोड़ी ने कोर्ट पर मुकाबला तो कड़ा दिखाया लेकिन जीत न सके।
पहले सेट के तीसरे गेम में जाकर बालाजी/मार्गोली की सर्विस टूटी ज़रूर लेकिन इसके बाद दमखम दिखाते हुए चौथे गेम्स में अपने प्रतिद्वंदी की सर्विस तोड़कर मुकाबले में वापसी भी की।
रीस/झीलिंस्की ने 9वें गेम में एक बार फिर अपने प्रतिद्वंदी की सर्विस तोड़ी और इसके बाद मुकाबले को अपने नाम किया। दूसरे सेट में भी दोनों ही जोड़ियों ने अच्छा पदर्शन दिखाया लेकिन अंतत: जीत रीस/ झीलिंस्की के खेमे में ही रही।