भारतीय वेटलिफ्फर मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) के कोच विजय शर्मा (Vijay Sharma) का मानना है कि ये पूर्व वर्ल्ड चैंपियन अप्रैल में होने वाले एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप के लिए पूरी तरह फिट और तैयार हैं।
साल 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में खिताब जीतने के बाद से मीराबाई पीठ की चोट से परेशान थी। इसी चोट की वजह से वह एशियन गेम्स और वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले पाई थी।।
उनकी इस चोट की वजह से उनका प्रदर्शन भी प्रभावित हो रहा था और आखिर में पिछले साल अक्टूबर में नेशनल कैंप से पहले उनकी चोट फिर से उभर आई थी।
इस मुश्किल वक्त में भारतीय टीम मैनेजमेंट ने फैसला किया कि मीराबाई को इलाज और ट्रेनिंग के लिए यूएसए भेजा जाए और वहां उन्होंने फिजियोथेरेपिस्ट डॉ आरोन हॉर्शिग के साथ काम किया।
मीराबाई के कोच विजय शर्मा ने स्पोर्ट्सस्टार से बातचीत में बताया कि “यूएसए का दौरा मीरा के लिए काफी फायदेमंद रहा और अब वह आत्मविश्वास के साथ ट्रेनिंग कर रही हैं।”
मुख्य कोच ने ये भी बताया कि मीराबाई ने इलाज के दौरान भी लगातार ट्रेनिंग की है हालांकि भारत में एक्सपर्ट ने उन्हें ऐसा करने से मना किया था।
शर्मा ने बताया कि “जब हमने भारत में एक्सपर्ट से सलाह ली तो उन्होंने इलाज शुरू करने से पहले मीराबाई को ट्रेनिंग करने के लिए मना कर दिया था, अब यूएसए में सबसे अच्छा ये रहा कि उन्होंने इसके साथ लगातार ट्रेनिंग भी की।”
इसके अलावा उन्होंने कहा कि “हमने मीरा के एमआरआई स्कैन और अन्य टेस्ट की सभी रिपोर्ट ली थी। रिपोर्ट्स में कुछ भी खराबी नहीं थी, ईलाज के दौरान उन्हें केवल मांसपेशियों को मजबूत करने पर ध्यान देना था।”
ताशकंद उज्बेकिस्तान में होने वाली एशियन चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन कर मीराबाई चानू इस साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए अपना दावा मजबूत करना चाहेंगी।
49 किलोग्राम वर्ग कैटेगिरी रैंकिंग की चौथी नंबर की भारतीय खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक में जगह बनाने के लिए साल 2018 की यूथ ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट जेरेमी लाल्रीनुंगा के साथ प्रबल दावेदार हैं।