डेनमार्क ओपन 2020 में ज़ोर आज़माइश कर रहे भारतीय स्टार शटलर किदांबी श्रीकांत (Kidambi Srikanth) ने इंग्लिश खिलाड़ी टोबी पेंटी (Toby Penty) को 21-12, 21-18 से मात देते हुए अपने कारवाँ की शुरुआत की। ग़ौरतलब है कि किदांबी मार्च के बाद किसी भी प्रतियोगिता में पहली बार दिखाई दिए हैं।
डेनमार्क ओपन 2020 में अब श्रीकांत का सामना कनाडा के जेसन एंथनी हो-शू (Anthony Ho-Shue) के खिलाफ होगा। ग़ौरतलब है कि कनाडा के इस खिलाड़ी ने पहले राउंड में भारत के ही शुभांकर डे (Subhankar Dey) को मात दी है।
पूर्व विश्व नंबर 1 रह चुके श्रीकांत BWF सुपर 750 टूर्नामेंट के एकल वर्ग में 5वें सीड के खिलाड़ी के तौर पर खेल रहे हैं। इस वजह से इस प्रतियोगिता में उन्होंने मुख्य ड्रॉ में जगह बनाई है। इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने 2017 में डेनमार्क ओपन ख़िताब अपने नाम भी किया था।
अपनी जीत के बाद श्रीकांत ने कहा “मुझे खेलते हुए बहुत समय हो गया। यह परिस्थितियां एक दम नई थी। मैं इतने समय तक कभी इतना दूर नहीं रहा हूं। मैं खुश हूं जिस लिहाज़ से सब हुआ। मैं बस ज़्यादा से ज़्यादा मुकाबले खेलना चाहता हूं।”
“मैं यह सोच रहा था कि यहां आना एक मौका है खुद के स्तर को जानने के लिए।”
श्रीकांत अच्छी लय में थे। मुकाबले की शुरुआत में उनके प्रतिद्वंदी को श्रीकांत के शॉट्स का अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा था। कभी उनकी तीखे स्मैश या तो कभी सटीक ड्रॉप, ब्रिटिश खिलाड़ी के पास किसी का कोई जवाब नहीं था। पहले गेम के मध्य समय तक विश्व नंबर 14 के श्रीकांत 11-2 से आगे चल रहे थे।
मुकाबले के दोबारा शुरू होने पर इंग्लिश खिलाड़ी ने जमकर वापसी की कोशिश की और स्कोर को 16-11 कर दिया। इसके बाद श्रीकांत नहीं रुके और अपने कौशल को दिखाते हुए उन्होंने पहला गेम 21-12 से अपने नाम किया।ी
दूसरे गेम में पेंटी ने खेल की गति को उपर नीचे किया जिस वजह से श्रीकांत को मुश्किलातों का सामना करा पड़ा। इस बार उनके प्रतिद्वंदी के पास 11-7 की बढ़त थी। ब्रेक के बाद भारतीय शटलर ने उम्दा प्रदर्शन दिखाया और स्कोर को 13-13 से बराबर कर दिया। अब मुकाबला कहीं भी जा सकता था और और ज़रूरत थी तो दबाव को सोकने की।
एक समय जहां पेंटी ने अपनी लय खोई वहीं श्रीकांत ने कोई मौका नहीं गंवाया और 21-18 से जीत अपने पक्ष में की।
BWF में इन दोनों खिलाड़ियों का आमना सामना महज़ दो बार हुआ है और पिछली बार यानी थाईलैंड ओपन 2013 में भी किदांबी श्रीकांत विजयी रहे रहे थे।