नई दिल्ली में डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज में चल रही राष्ट्रीय शूटिंग ट्रायल में निशानेबाज लक्ष्य श्योराण का दबदबा कायम है। गत दिनों टी-1 ट्रायल को पूरा करने के बाद अब उन्होंने टी-2 ट्रायल प्रतियोगिता में भी जीत हासिल कर ली।
2018 एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता श्योराण ने क्वालीफाइंग स्पर्धा में सभी को बेहद प्रभावित किया और 122 के स्कोर के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। उन्होंने अपने तमिलनाडु के पृथ्वीराज टोंडिमन को पछाड़ने के लिए फाइनल में एक 43 का स्कोर बनाया।
हरियाणा के निशानेबाज ने टी-1 ट्रायल से अपना बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखा, जहां उन्होंने बुधवार को राजस्थान के अधिराज राठौर के साथ हुए मुकाबले में 46-42 के स्कोर के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया।
एक एथलेटिक परिवार में जन्मे 22 वर्षीय श्योराण के पिता सोमवीर पहलवान एक पूर्व राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियन थे। श्योराम ने साल 2014 में
पहली बार निशानेबाजी में अपना कदम रखा था।
हालांकि, उनकी शुरुआत एक पिस्टल शूटर के रूप में हुई थी और उन्हें हाली में जीत हासिल करने वाली जगह डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज में शॉटगन का प्रशिक्षण मिला था। निशानेबाजी में कदम रखने के दो साल बाद उन्होंने राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप में जीत हासिल की थी। उन्होंने पुरुषों की ट्रैप स्पर्धा में राजस्थान के मानवादित्य सिंह राठौड़ को पछाड़ दिया था।
उन्होंने 2017 में इसी तरह का प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए राजस्थान के विवान कपूर को 41-39 से हराकर अपना दूसरा जूनियर राष्ट्रीय खिताब जीता था।
मिश्रित टीम स्पर्धा में श्योराण ने इटली में 2017 ISSF जूनियर विश्व कप में मनीषा कीर के साथ जोड़ी बनाई। दोनों ने फाइनल राउंड के लिए क्वालिफाई करने के लिए 100 में से 84 का स्कोर किया और फिर अमेरिका के सेविन एडवर्ड लेयर और एमा ली विलियम्स को 34-33 से हराकर टेस्ट इवेंट में कांस्य पदक हासिल किया।
इसके बाद साल 2018 में वह ISSF जूनियर विश्व कप में पुरुषों की ट्रैप टीम स्पर्धा के लिए हमवतन विवान कपूर और अली अमन इलाही के साथ जुड़ गए। तीनों ने कांस्य पदक हासिल करने के लिए 328 का स्कोर बनाया था और सभी को प्रभावित किया था।
जकार्ता में 2018 एशियाई खेलों में श्योराण ने अंतिम दौर में 43 के स्कोर के साथ रजत पदक जीता। उन्हें चीनी ताइपे के कुन-पी यांग (48) से हार का सामना करना पड़ा था।