भारत में घुड़सवारी इक्वेस्ट्रियन लगातार प्रगति कर रहा है। दिवंगत विंग कमांडर आईजी लांबा (1996 अटलांटा) और इम्तियाज अनीस (2000 सिडनी) पहले दो भारतीय थे, जिन्होंने ओलंपिक में घुड़सवारी के इवेंट में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
फवाद मिर्ज़ा (Fouaad Mirza) के पास पहले भारतीय के रूप में करीब 20 साल बाद ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने का मौका है। मिर्ज़ा ने टोक्यो ओलंपिक के व्यक्तिगत आयोजन श्रेणी में कोटा हासिल करते हुए ओशिनिया में दक्षिण पूर्व एशिया के ग्रुप G में शीर्ष स्थान पर कब्जा जमाया।
ओलंपिक में उनका स्थान पक्का होने की पुष्टि की घोषणा सही समय पर अंतर्राष्ट्रीय इक्वेस्ट्रियन फेडरेशन (FEI) ने अधिकारिक तौर पर की।
यह घुड़सवारी में देश की उम्मीदों की एक किरण है, क्योंकि नागालैंड निवासी केखरीसिली रियो ने शो जंपिंग खुद अपनी पहचान बनाई है।
फेडरेशन इक्वेस्ट्रियन इंटरनेशनल (FEI) द्वारा 2020 के लिए जारी रैंकिंग के अनुसार, इक्वेस्ट्रियन शो जंपिंग (श्रेणी ए) में रियो विश्व में दूसरे पायदान पर पहुंच गये। इसके बाद वो वार्षिक सूची में उच्च स्थान हासिल करने वाले पहले भारतीय बन गए।
खेल से परिचय
रियो को शुरू से ही घुड़सवारी में गहरी रुचि थी। उसने आठ साल की उम्र में असम घाटी के स्कूल में इस खेल को अपना लिया। उन्होंने नयापन होने के कारण घुड़सवारी को खेल के रूप में चुना। इसके अलावा जानवरों से लगाव और उनकी देखभाल भी उसे इस खेल में खींच लाई।
खेल में उनकी रुचि समय के साथ बढ़ती गई, क्योंकि रियो को लगने लगा कि वो इसमें कुछ सार्थक कर सकते हैं।
वो कोहिमा जिले के तौफेमा गांव से आते हैं और अब शो जंपिंग में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बनने के लिए कमर कस चुका है।
उपलब्धियां
रियो ने स्कूल स्तर पर कई पदक जीते, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी के शो जंपिंग इवेंट में मिली जीत ने उनके अंदर इस खेल में आगे बढ़ने का विश्वास पैदा किया।
भारत के उत्तर-पूर्व हिस्से से राष्ट्रीय घुड़सवारी प्रतियोगिता में भाग लेने वाले वो पहले एथलीट हैं। पिछले साल दिसंबर में उन्होंने बेंगलुरु में FEI विश्व जंपिंग चैम्पियनशिप 2020 (साउथ जोन) की A श्रेणी में जीत हासिल की थी।
महत्वाकांक्षा
शुरूआत में रियो ने नई दिल्ली में नितिन गुप्ता के अधीन अपना प्रशिक्षण शुरू किया। गुप्ता देश के बेहतरीन शो जम्पिंग कोचों में से एक हैं, क्योंकि उन्होंने 2017 में अल्जीरिया में आयोजित शो जम्पिंग चैलेंज जीता था। उनके कोच ने कोलकाता में सीनियर नेशनल्स भी जीता है।
निकट भविष्य में उनका एशियाई गेम्स और ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने का सपना है।