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भारत के साजन भानवाल को इस प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा।
भारत की 64वीं राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में ग्रीको रोमन पहलवानों ने जालंधर में शीर्ष ख़िताब के लिए ज़बरदस्त मुकाबला किया। प्रतियोगिता के तीसरे दिन रविवार को भी कई ज़बरदस्त और रोमांचक मुकाबले देखने को मिले। खासतौर पर कुश्ती के कुछ दिग्गज खिलाड़ियों ने अपने ख़िताबों का बचाव करने के लिए बेहद उम्दा प्रदर्शन किया।
एक ओर जहां अर्जुन हालाकुर्की (55 किलोग्राम) ने गोल्ड मेडल के लिए अपनी राह आसान कर ली, तो वहीं अनुभवी रेसलर हरप्रीत सिंह (82 किलोग्राम) अपने भार वर्ग में शीर्ष स्थान पर रहे।
77 किलोग्राम भार वर्ग में, भारत के ग्रीको रोमन सर्किट के दिग्गज पहलवान साजन भानवाल को 2019 एशियाई खेलों के सिल्वर मेडल विजेता गुरप्रीत सिंह से हुए कड़े मुक़ाबले में हार का सामना करना पड़ा।
मौजूदा नेशनल चैंपियन साजन का सामना दो बार के जूनियर विश्व चैंपियन मेडल विजेता गुरप्रीत से हुआ, जिन्होंने इस प्रतियोगिता में अभी तक अद्भुत प्रदर्शन किया। नतीजतन दो कड़े प्रतिद्वंदियों के आमने-सामने होने के चलते यह मुकाबला बेहद दिलचस्प मुक़ाम पर पहुंच गया।
कुश्ती के इस मुक़ाबले के तीन कांटे की टक्कर के राउंड के बाद, पंजाब के गुरप्रीत ने 3-1 के स्कोर से भानवाल पर जीत हासिल कर ली। इस पूरे मुक़ाबले में उनका डिफेंस शानदार रहा। हाल ही में अंडर-23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले साजन ने कई बार गुरप्रीत पर हावी होने की कोशिश की, लेकिन अंततः उन्हें सिल्वर से ही संतोष करना पड़ा।
अंडर-23 में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले अर्जुन हालाकुर्की ने 55 किलोग्राम भार वर्ग में अपना रुतबा कायम रखते हुए फाइनल मुकाबले में अजय पर 9-0 से जीत दर्ज़ की। इस रेसलर के लिए यह यादगार दिन बन गया, क्योंकि वह प्रतियोगिता में अपना पहला वरिष्ठ राष्ट्रीय गोल्ड जीतने में कामयाब रहे।
82 किलोग्राम भारवर्ग में हरप्रीत सिंह ने गोल्ड मेडल जीतते हुए अपने आपको पंजाब के एक सफल पहलवान साबित किया। 2016 एशियाई खेलों के सिल्वर मेडल विजेता का फाइनल मुकाबला राजबिर चिक्कारा से हुआ। कड़ी टक्कर मिलने के बावजूद हरप्रीत ने 4-1 से ख़िताब अपने नाम कर लिया।
अन्य महत्वपूर्ण परिणामों में हरदीप सिंह का नाम शामिल है। रियो 2016 ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाले इस भारतीय ग्रीको-रोमन पहलवान ने 97 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड जीतने में सफलता हासिल की।
नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप में युवा मेंस फ्रीस्टाइल पहलवानों के तौर पर गौरव बालियान और रविन्द्र उभरकर सामने आए और शानदार प्रदर्शन किया। वहीं प्रतियोगिता के दूसरे दिन विनेश फोगाट और साक्षी मलिन ने घरेलू सरज़मीं पर अपना दबदबा बनाए रखा। भारतीय कुश्ती अब दक्षिण एशियाई खेलों पर अपना ध्यान केंद्रित करेगी, जो अगले सप्ताह से नेपाल में शुरू होने जा रहा है।
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