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IOC ने सभी खिलाड़ियों को ओलंपिक गेम्स के लिए कड़ी मेहनत करने की सलाह दी।
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (The Sports Authority of India (SAI) ने मंगलवार को घोषणा कर सभी नेशनल कैंप को रोकने का एलान जारी किया है। टोक्यो 2020 के लिए तैयारी कर रहे खिलाड़ियों के लिए राहत की बात यह रही कि उनके कैंप पहले की ही तरह जारी रहेंगे। दरअसल, यह निर्णय दुनिया में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के कारण लिया गया है।
COVID-19 की वजह से देश में 100 से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ने लोगों के जीवन को ध्यान में रखते हुए बाकी कैंप को रोकने का ऐलान किया है। वंही, यह निर्णय स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह से लिया गया है।
SAI ने प्रेस रिलीज़ जारी करते हुए कहा, “मिनिस्ट्री ऑफ़ हेल्थ & फैमिली वेलफेयर के सुझावों को ध्यान में रखते हुए कोरोना वायरस (COVID-19) के खिलाफ सक्रिय रणनीति अपनाई है।”
नेशनल कैंप को निलंबित करने के बाद SAI ने संगठनों को किसी भी तरह की प्रतियोगिताओं, सेमीनार, वर्कशॉप नहीं करने की हिदायत दी है।
भारतीय मुक्केबाज़ी के हाई परफॉर्मेंस निदेशक सैंटियागो निवा (Santiago Nieva) का मानना है कि इन सभी पाबंदियों के बाद किसी भी देश के खिलाड़ियों पर ज़्यादा असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि वे अपनी ज़मीन पर भी ट्रेनिंग कर सकते हैं।
सैंटियागो निवा ने कहा, “इसमें घबराने वाली क्या बात है? यह समस्या किसी एक देश की नहीं है बल्कि पूरे विश्व की है। अगर यात्रा करने वाले प्रतिबंध हट भी जाएं तो भी हमारे देश की आधारिक संरचना अच्छी है और हम ध्यान रखेंगे कि मुक्केबाज़ों की ट्रेनिंग में कोई भी समस्या न आए।”
निवा का कहना है कि 13 में से 9 मुक्केबाज़ टोक्यो 2020 के लिए क्वालिफाई कर चुके हैं तो हमे ज़्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
उन्होंने आगे कहा “पेरिस में होने वाले वर्ल्ड क्वालिफायर्स रद्द हो सकते हैं लेकिन हमारे 9 मुक्केबाज़ पहले से ही क्वालिफाई कर चुके हैं। यह हमारे लिए लाभदायक स्थिति है। फिलहाल हम किसी भी तरह का दबाव महसूस नहीं कर रहे हैं।”
इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी ने भी इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखा है। (IOC) के हिसाब से COVID-19 की वजह से रोज़ाना की ज़िन्दगी प्रभावित हो रही है। आगे उन्होंने कहा कि हम ओलंपिक गेम्स टोक्यो 2020 के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
IOC का मानना है कि अब जब टोक्यो 2020 में 4 महीने रह गए हैं तो इस समय भारी निर्णय लेना सही नहीं होगा।
IOC ने कहा “सभी खिलाड़ियों को ओलंपिक गेम्स 2020 के लिए कड़ी मेहनत जारी रखनी चाहिए। हम सभी खिलाड़ियों की मदद के लिए हैं और उनकी ज़रूरतें और एनओसी का ध्यान रखा जाएगा।”
हालांकि बहुत से खिलाड़ियों के लिए चिंता का विषय उनका फ़ाइनल क्वालिफिकेशन है और अब इन स्थितियों के मद्देनज़र ध्यान दें तो हालात अभी पूरी तरह से सही नहीं हैं। वहीं, IOC का कहना है कि वे अंतरराष्ट्रीय फेडरेशन से बात कर सभी महत्वपूर्ण बदलाव करने की गुहार लगाएंगे ताकि किसी भी खिलाड़ी के टोक्यो 2020 क्वालिफिकेशन पर कोई असर न पड़े।
फिलहाल 57 प्रतिशत खिलाड़ी टोक्यो 2020 के लिए क्वालिफाई कर चुके हैं और बाकी बचे 43 प्रतिशत एथलीट इन तरीकों से क्वालिफाई कर सकते हैं।
1) खिलाड़ियों द्वारा जितने भी कोटा स्थान को हासिल किया गया है, वे उन्हीं के पास रहेंगे।2) फिलहाल अभी के शेड्यूल और क्वालिफिकेशन इवेंट के हिसाब से आगे जाया जा सकता है, जो कि सभी खिलाड़ियों के लिए बराबर का मौका होगा।
3) सभी क्वालिफिकेशन बदलाव इस प्रकार होंगे:
a) ऑन फील्ड परिणामों के तहत (रैंकिंग और एतिहासिक परिणाम)
b) अभी के क्वालिफिकेशन तरीकों के अनुसार (कॉन्टिनेंटल रैंकिंग के हिसाब से/रीजनल इवेंट के परिणामों के हिसाब से)
आयोजक समिति टोक्यो 2020 के मुताबिक बाकी खिलाड़ियों को ओलंपिक कोटा हासिल करने की अनुमति मिलेगी।
संस्थापक साथी